शादी चर्चा और झनटू भैया ....
आज माँ से बात कर रही थी तो उन्होंने ने बताया की इस बार कितने सारे परिचितों के यहाँ से शादी का निमंत्रण है, सुन कर अच्छा लगा चलो अब अंकल आंटी की चिंता कम हुई होगी । माँ बाप बड़े शौख से इस दिन का इंतज़ार करते है की कब उनके घर भी शहनाई बजे 😀उसी बातचीत के क्रम में मैंने किसी और जान-पहचान वाले लड़के के लिए पूछा की अरे उस लड़के की शादी का क्या हुआ? तब माँ ने बताया अरे उ झनटू भैया जो है कह रहे थे की अरे ऊ लड़का कोई ख़ास जॉब नहीं करता कोई ख़ास नौकरी नहीं है, सैलेरी भी कम यही सब बात ..........(वैसे वो लड़का MBA है )ऐसे में किसी को बताने से लोग कैसे रीऐक्ट करेंगे ,आप समझ सकते है।पर इसमें इफ़ बट लेकिन है की देर सबेर अच्छा कमाने लगेगा 🤔( मेरे पापा साल में पाँच गो शादी बीयाह अगर ना तय कराए तो उनको चैन नहीं पड़ता )
पर ई झनटू भैया जैसे लोग भी ना का कहे भगवान बचाए ऐसे लोगों से 🥺
झनटू भैया के पिताजी तो झनटू भैया से भी चार कदम आगे थे उनको तो हर लड़का लड़की के बारे में पता होता था एक दफ़ा की बात है ,आय डॉक्टर साहेब ऊ फ़लाना लड़िकवा (लड़का) उसको मत जाइए देखने ऊ जो बैंक में काम करता है ना उसका मैनेजर बोल रहा था अरे उसके लिए तो रोज़े बैंक का दरवाज़ा चौड़ा करना पड़ता है गार्ड को तब जा के घुसता है ऊ 😟 ल शादी का कल्याण वही हो गया 🤓
लड़का तो लड़का एक बार ऊ ई कॉमेंट लड़की पर कर दिए अरे ऊ लड़कियाँ के लिए तो रउआ ( आपको) घर के गेट चौरा करे के पड़ी (दुनिया में एक खोजिए चालीस लोग ऐस्से मिल जाएँगे 😏
एक बार ऐसे हीं बबली जीजी के जेठ ने एक लड़का बताया ,अब जिसको लड़की रहती है बिहाह (शादी)करने के लिए ऊ हीं उनकी दशा समझ सकता था ऊ बिचारी भी फ़ोन की पूछने के लिए त सुनिए जेठ जी क्या बोले .....हाँ ऊ लड़का के बारे में हमको कोई बस में बताया था हम बलिया से मऊ जा रहे थे तब 😳 दीदी ने कहा त ऊ सज्जन जो आपको मिले थे उनका पता दे जिए हम लोग उनको कांटैक्ट कर लेंगे तब सुनिए जेठ जी का जबाब का था ऊऽऽऽऽऽऽ उसको हम नहीं जानते है कौन है 🧐अब तो बबली जीजी की हालत आप समझ सकते है ....तब पहली बार जीजी ने जेठ जी को बोली ओ ऽऽऽऽऽतो आपको देखते हीं अनजान लोग भी जान जाता है ,की आपकी भतीजी है जिसकी शादी करनी है और अपने आपे लोग आकर आपको लड़का के बारे में बता जाता है 😣
तब ज़माना लैंड लाइन फ़ोन का था ओर अगर फ़ोन जेठ जी का होता तो जीजी फ़ोन पर भी आवाज़ सुनकर जल्दी ही घूँघट डाल लेती थी 😅।जीजी के जेठ जी भी मेरे को दूसरे झनटू भैया लगते थे।पता नहीं कौन सा सुख मिलता है इस तरीक़े से लोगों को तकलीफ़ देकर।
कुछ ऐसे भी लोगों को सुना जो अच्छी सुंदर पढ़ी लिखी लड़की के लिए pco चलाने वाला तो केमिस्ट शाप में दवा सजाने या हेल्पर का काम करने वाले लड़कों का रिश्ता अपने सगे संबंधियों को बताते नहीं थकते बुरा तब लगता है जब लड़की के पिता किसी ऊँचे पोस्ट पर काम करते थे ओर नीचा दिखाने का कोई मौक़ा नहीं मिला तो ये हीं सही 😇
समाज में सब तरह के लोग होते है, पर किसी के लड़की और लड़के के लिए गड्ढा मत खोदिए क्या पता ख़ुद हीं उस गड्ढे गिर जाए और ईश्वर आपको संभ्ल्ने का भी मौक़ा ना दे और हूक में प्राण निकल जाए ।
अच्छा सोचिए अपने लिए भी और दूसरे के लिए भी 🙏🏻
छोटी सी कोशिश है, कैसे सामाजिक प्रतिस्पर्धा में किसी के शादी ब्याह का हैपी एंडिंग गतलखाना में चल जाता है
सुरंगमा
#शादीशुदा रसोई
आज माँ से बात कर रही थी तो उन्होंने ने बताया की इस बार कितने सारे परिचितों के यहाँ से शादी का निमंत्रण है, सुन कर अच्छा लगा चलो अब अंकल आंटी की चिंता कम हुई होगी । माँ बाप बड़े शौख से इस दिन का इंतज़ार करते है की कब उनके घर भी शहनाई बजे 😀उसी बातचीत के क्रम में मैंने किसी और जान-पहचान वाले लड़के के लिए पूछा की अरे उस लड़के की शादी का क्या हुआ? तब माँ ने बताया अरे उ झनटू भैया जो है कह रहे थे की अरे ऊ लड़का कोई ख़ास जॉब नहीं करता कोई ख़ास नौकरी नहीं है, सैलेरी भी कम यही सब बात ..........(वैसे वो लड़का MBA है )ऐसे में किसी को बताने से लोग कैसे रीऐक्ट करेंगे ,आप समझ सकते है।पर इसमें इफ़ बट लेकिन है की देर सबेर अच्छा कमाने लगेगा 🤔( मेरे पापा साल में पाँच गो शादी बीयाह अगर ना तय कराए तो उनको चैन नहीं पड़ता )
पर ई झनटू भैया जैसे लोग भी ना का कहे भगवान बचाए ऐसे लोगों से 🥺
झनटू भैया के पिताजी तो झनटू भैया से भी चार कदम आगे थे उनको तो हर लड़का लड़की के बारे में पता होता था एक दफ़ा की बात है ,आय डॉक्टर साहेब ऊ फ़लाना लड़िकवा (लड़का) उसको मत जाइए देखने ऊ जो बैंक में काम करता है ना उसका मैनेजर बोल रहा था अरे उसके लिए तो रोज़े बैंक का दरवाज़ा चौड़ा करना पड़ता है गार्ड को तब जा के घुसता है ऊ 😟 ल शादी का कल्याण वही हो गया 🤓
लड़का तो लड़का एक बार ऊ ई कॉमेंट लड़की पर कर दिए अरे ऊ लड़कियाँ के लिए तो रउआ ( आपको) घर के गेट चौरा करे के पड़ी (दुनिया में एक खोजिए चालीस लोग ऐस्से मिल जाएँगे 😏
एक बार ऐसे हीं बबली जीजी के जेठ ने एक लड़का बताया ,अब जिसको लड़की रहती है बिहाह (शादी)करने के लिए ऊ हीं उनकी दशा समझ सकता था ऊ बिचारी भी फ़ोन की पूछने के लिए त सुनिए जेठ जी क्या बोले .....हाँ ऊ लड़का के बारे में हमको कोई बस में बताया था हम बलिया से मऊ जा रहे थे तब 😳 दीदी ने कहा त ऊ सज्जन जो आपको मिले थे उनका पता दे जिए हम लोग उनको कांटैक्ट कर लेंगे तब सुनिए जेठ जी का जबाब का था ऊऽऽऽऽऽऽ उसको हम नहीं जानते है कौन है 🧐अब तो बबली जीजी की हालत आप समझ सकते है ....तब पहली बार जीजी ने जेठ जी को बोली ओ ऽऽऽऽऽतो आपको देखते हीं अनजान लोग भी जान जाता है ,की आपकी भतीजी है जिसकी शादी करनी है और अपने आपे लोग आकर आपको लड़का के बारे में बता जाता है 😣
तब ज़माना लैंड लाइन फ़ोन का था ओर अगर फ़ोन जेठ जी का होता तो जीजी फ़ोन पर भी आवाज़ सुनकर जल्दी ही घूँघट डाल लेती थी 😅।जीजी के जेठ जी भी मेरे को दूसरे झनटू भैया लगते थे।पता नहीं कौन सा सुख मिलता है इस तरीक़े से लोगों को तकलीफ़ देकर।
कुछ ऐसे भी लोगों को सुना जो अच्छी सुंदर पढ़ी लिखी लड़की के लिए pco चलाने वाला तो केमिस्ट शाप में दवा सजाने या हेल्पर का काम करने वाले लड़कों का रिश्ता अपने सगे संबंधियों को बताते नहीं थकते बुरा तब लगता है जब लड़की के पिता किसी ऊँचे पोस्ट पर काम करते थे ओर नीचा दिखाने का कोई मौक़ा नहीं मिला तो ये हीं सही 😇
समाज में सब तरह के लोग होते है, पर किसी के लड़की और लड़के के लिए गड्ढा मत खोदिए क्या पता ख़ुद हीं उस गड्ढे गिर जाए और ईश्वर आपको संभ्ल्ने का भी मौक़ा ना दे और हूक में प्राण निकल जाए ।
अच्छा सोचिए अपने लिए भी और दूसरे के लिए भी 🙏🏻
छोटी सी कोशिश है, कैसे सामाजिक प्रतिस्पर्धा में किसी के शादी ब्याह का हैपी एंडिंग गतलखाना में चल जाता है
सुरंगमा
#शादीशुदा रसोई
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